Diet Plan: एक साल से कम उम्र के बच्चे को नहीं देना चाहिए यह फल, फायदे की जगह हो सकता है नुकसान

  • अनन्या मिश्रा
  • Oct 26, 2023

Diet Plan: एक साल से कम उम्र के बच्चे को नहीं देना चाहिए यह फल, फायदे की जगह हो सकता है नुकसान

बड़े लोगों से लेकर बच्चों तक के लिए फल बहुत ज्यादा जरूरी और फायदेमंद होते हैं। ऐसे में अगर शिशु को कम उम्र से ही हेल्‍दी चीजें खिलाने की आदत डाल दी जाए। तो इससे आगे तक बच्चे की सेहत अच्छी बनी रहती है। बता दें कि फलों में चकोतरा को स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। लेकिन छोटे बच्चों को आहार में चकोतरे को शामिल करने से पहले इससे जुड़ी बातों के बारे में जानकारी होना चाहिए। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप बच्चे को कब और कैसे चकोतरा खाने के लिए दे सकते हैं।


छोटे बच्चे को चकोतरा खिला सकते हैं या नहीं

वैसे तो आमतौर पर 12 महीने की उम्र से पहले बच्चों को खट्टे फल न खिलाने की सलाह दी जाती है। क्योंकि चकोतरे में एसिडिक पाया जाता है। क्योंकि इस फल की वजह से बच्चे की स्किन पर दाने निकल सकते हैं। इसलिए आप पीडियाट्रिशियन की सलाह पर बच्चे को 6 महीने के बाद इस फल को आहार में तौर पर दे सकते हैं।


इन बच्‍चों को न दें यह फल

अगर आपका बच्चा सिसाप्राइड, कैल्शियम एंटागोनिस्‍ट और सिक्लोस्पोरिन जैसी कुछ दवाएं ले रहा है। तो फिर ऐसे बच्चों को यह फल नहीं देना चाहिए। क्योंकि इस फल को खाने से दवा के अवशोषण और बायो अवेलिबिलिटी पर भी असर पड़ता है। इसलिए अगर बच्चा कोई दवा ले रहा है तो डॉक्टर की सलाह पर उसे यह फल खाने के लिए दे सकती हैं।


चकोतरा के पोषक तत्‍व

आपको बता दें कि चकोतरा के गूदे में विटामिन ए और सी और पोटेशियम जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें फाइटोकेमिकल्स भी पाया जाता है। जैसे लाइकोपेनिया और नरिंगिन पाया जाता है। इसलिए आप बच्चे के पर्याप्त पोषण के लिए आप इस फल को उसकी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसमें पोटेशियम और पानी जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स उच्‍च मात्रा में पाए जाते हैं। इसे बच्चे के आहार में शामिल करने से उन्हें डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती है।


चकोतरा खाने के फायदे

चकोतरे में पानी और डायटरी फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इस फल के सेवन से बच्चे की आंत को सक्रिय रखा जा सकता है। साथ ही यह पाचन में भी सहायता में मदद करता है। इसके साथ ही इसमें फ्लेवेनोन और फिनोल जैसे सक्रिय यौगिक पाए जाते हैं। यह फल गट माइक्रोबायोटा को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। चकोतरा में विटामिन ए और विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं।


क्या बच्चे को दे सकते हैं जूस

एक साल से कम उम्र के बच्चे को फलों का जूस देना ठीक नहीं होता है। बच्चे को ना सिर्फ चकोतरा बल्कि किसी भी अन्य फल का रस भी नहीं देना चाहिए। क्योंकि जूस के मुकाबले में फल बच्चों को ज्यादा पोषण दे सकता है। वहीं फलो के जूस में शुगर ज्यादा होता है। जिससे उनके दांतों में भी कैविटी की समस्या हो सकती है। वहीं बच्चे को ज्यादा जूस देने से कार्बोहाइड्रेट दस्त का कारण बन सकता है। इसलिए कम साल से कम उम्र के बच्चों को फलों का रस नहीं देना चाहिए।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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