Health Tips: ब्लड शुगर आउट ऑफ कंट्रोल, इन 3 हर्ब्स से पाएं नेचुरल सॉल्यूशन और रखें हमेशा मैनेज्ड
- अनन्या मिश्रा
- Nov 08, 2025

डायबिटीज को कंट्रोल करने में हेल्दी खानपान की अहम भूमिका होती है। बता दें कि कई ऐसे फल, सब्जियां, मसाले और हर्ब्स हैं, जोकि डायबिटीज को मैनेज करने में सहायता कर सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक दवाओं के साथ अगर आप कुछ हर्ब्स को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएंगे और खान-पान से रिफाइंड शुगर को दूर रखेंगे, तो आप आसानी से ब्लड शुगर को मैनेज कर पाएंगे। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको 3 ऐसे हर्ब्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे हर डायबिटीज पेशेंट को दोस्ती करना चाहिए। आज हम आपको इन हर्ब्स के फायदे और इनको खाने के सही तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं।
विजयसार
आयुर्वेद में विजयसार को ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने वाला एक पॉवरफुल हर्ब माना गया है। विजयसार मेटाबॉलिज्म को सुधारने के साथ एक्स्ट्रा कफ, फैट और टॉक्सिन्स को कम करता है। आयुर्वेद के मुताबिक जब डाइजेशन धीमा हो जाता है और बॉडी में वेस्ट जमने लगता है, तो डायबिटीज हो सकती है। विजयसार के सेवन से यह साफ होता है। हालांकि यह खाने में थोड़ा कड़वा और नेचर में ड्राई होता है। लेकिन यह हमारी सिस्टम से एक्स्ट्रा शुगर को बाहर निकालने में सहायता करता है। इसके सेवन से डाइजेशन में सुधार होता है और एनर्जी बैलेंस में रहती है। इसकी लकड़ी को रातभर पानी में भिगोकर रख दें। फिर अगली सुबह वह पानी पिएं। इससे ब्लड शुगर लेवल बैलेंस होता है और मेटाबॉलिज्म भी दुरुस्त होता है।
गुड़मार
बता दें कि यह एक ऐसा हर्ब है, जो डायबिटीज से लड़ने में मदद करता है। साथ ही यह अतिरिक्त कफ को भी बैलेंस करता है और बॉडी से एक्स्ट्रा मधु को बाहर निकालता है। जोकि शुगर की वजह होता है। गुड़मार एक्स्ट्रा फैट और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और इसका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म और डाइजेस्टिव फायर दुरुस्त होता है। गुड़मार शरीर में शुगर अब्जॉर्बेशन को कंट्रोल करता है।
कलौंजी
आयुर्वेद में कलौंजी को गुणों की खान माना जाता है। कलौंजी डायजेशन को सुधारने के साथ टॉक्सिन्स को कम करता है। वहीं जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म स्लो है, तो उनको कलौंजी का सेवन जरूर करना चाहिए। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के साथ ही इंसुलिन फंक्शन को भी सुधारता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।