Colon Cancer: कॉलन कैंसर से बचना है तो डाइट में शामिल करें ये खास फल, आंतें भी रहेंगी स्वस्थ
- अनन्या मिश्रा
- Nov 06, 2025

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पाते हैं। जिस कारण लोगों में कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। डायबिटीज, मोटापा और दिल की बीमारियां आम हो गई हैं। वहीं कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी लोगों को तेजी से अपना शिकार बना रही है। इसके पीछे अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान जिम्मेदार है। हम जो कुछ भी खाते हैं, उसका सीधा असर हमारे गट और उसमें मौजूद अच्छे बैक्टीरिया पर पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी डाइट में हेल्दी फलों को शामिल करें। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ ऐसे फलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका सेवन कॉलन यानी की आंतों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।
कीवी
गट हेल्थ के लिए कीवी काफी फायदेमंद होता है। कीवी में एक्टिनिडिन नामक एंजाइम पाया जाता है। यह प्रोटीन को तोड़कर डाइजेशन को अच्छा बनाता है और इसके सेवन से कब्ज की समस्य़ा भी दूर होती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और प्रीबायोटिक्स आंतों को मजबूत बनाने का काम करता है। कीवी का सेवन करने से इंफ्लेमेशन और कोलन कैंसर का खतरा कम होता है।
साइट्रस फ्रूट्स
नींबू, संतरा और ग्रेपफ्रूट जैसे साइट्रस फ्रूट्स सिर्फ ताजगी ही नहीं बल्कि शरीर के लिए नेचुरल डिटॉक्सिफायर की तरह काम करते हैं। इन फलों में विटामिन सी और फ्लेवोनॉइड्स की मात्रा अच्छी पाई जाती है। जोकि शरीर के हानिकारक तत्वों को खत्म करते हैं और सेल्स को नुकसान होने से बचाते हैं। इन फलों का सेवन करने से कैंसर का खतरा कम होता है।
सेब
सेब में पेक्टिन फाइबर पाया जाता है, जोकि गट बैक्टीरिया के लिए फायदेमंद होता है। जब यह कोलन में जाकर टूटता है, तो ब्यूट्रेट नामक फैटी एसिड बनता है, जोकि कैंसर सेल्स से बचाव करता है। सेब के छिलके क्वेरसेटिन मौजूद होता है, जोकि एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है। यह सेल्स के डीएनए को नुकसान होने से बचाता है।
तरबूज
गट हेल्थ के लिए फाइबर जितना जरूरी होता है, पानी भी उतना ही जरूरी होता है। वहीं तरबूज में 90% पानी पाया जाता है, जोकि शरीर को हाइड्रेट रखता है और डाइजेशन को दुरुस्त रखता है। इसमें मौजूद लाइकोपीन एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट है, जोकि कैंसर से बचाव में सहायता करता है। साथ ही यह कॉल समेत कई कैंसर के खतरे को कम करता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।